सहयोग राशि:
₹100
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हमारे दैनिक जीवन में शायद ही कोई ऐसा दिन हो जब मन की बेचैनी हमें परेशान नहीं करती हो। इसी बेचैनी और अशांति का असर हमारे काम और जीवन में भी दिखता है। हमें दिशाहीनता, निर्णयहीनता इत्यादि विकार घेर लेते हैं। ग्रंथो और संतो ने इसी बेचैनी को हमारा सबसे बड़ा शत्रु बताया है। एक शांत और स्थिर मन की ओर बढ़ें आचार्य प्रशांत संग इस ऑनलाइन कोर्स के माध्यम से।
कोर्स के दौरान वीडियो सत्रों पर आधारित प्रश्नों को लाइव-चैट के माध्यम से पूछने की सुविधा उपलब्ध।
वीडियो सत्र 1: समाधान चाहते हो? "समस्या सुलझेगी तभी जब तुम समाधान के पक्ष में खड़े हो जाओ" ~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 2: बेचैन रहो, थमो मत“अच्छा हुआ है, लेकिन पूरा नहीं हुआ है" ~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 3: विचारक कौन“यह मत पूछिए कि ‘मैं इतना विचार क्यों करता हूँ?’, पूछिए कि ‘यह विचारक कौन है?'" ~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 4: बेचैनी का एक कदम “बेचैनी की नियत तो यही होती है कि चैन मिल जाए, पर उसके पास बोध नहीं होता”~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 5: बेचैनी और उम्मीद “यह बेचैनी भी जवानों को ही नसीब होती है”~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 6: बेचैनी और प्रेम“प्रेम हो जाए उसके लिए कुछ करना नहीं पड़ता, ये देखो तुम कैसे अपने को प्रेम से दूर रखते हो”~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 7: बेचैनी और समस्याएं“जीवन के संयोग तुम्हारे अधिकार में नहीं हैं, लेकिन तुम्हारा सामर्थ्य तुम्हारे में है”~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 8: काम कैसा?“दिक्कत उन क्षणों की नहीं है जब खालीपन महसूस होता है, दिक्कत वहाँ है जहाँ खालीपन महसूस नहीं होता है”~ आचार्य प्रशांत
वीडियो सत्र 9: बेचैनी से चैन“जीवन का उद्देश्य और तीन श्रेणी के मनुष्य”
वीडियो सत्र 10: मुस्कुराओ!“ज़िन्दगी कमीनी है, किसी को नहीं छोड़ती। इसलिए मुस्कुराओ!”~ आचार्य प्रशांत
कुल सत्र अवधि: 3 घंटे 21 मिनट
हर सत्र के अंत में एक सरल टेस्ट आपकी समझ को सशक्त करने हेतु।
हर सत्र के अंत में एक सरल टेस्ट आपकी समझ को सशक्त बनाने के लिए।